भारतीय टीम के इन 5 निचलेक्रम के खिलाड़ियों ने टेस्ट मैच में खेली यादगार पारी, उड़ाए विरोधियों के होश

By Satyodaya Media On July 30th, 2022
भारतीय टीम के इन 5 निचलेक्रम के खिलाड़ियों ने टेस्ट मैच में खेली यादगार पारी, उड़ाए विरोधियों के होश

क्रिकेट के तीनो फॉर्मेट में सबसे मुश्किल टेस्ट क्रिकेट को माना जाता है। इसमें बल्लेबाजों को बहुत संयम से खेलना पड़ता है क्योंकि इस खेल में जितना रन बनाने की आवश्यकता होती है, उतना ही क्रीज़ पर टिके रहना भी होता है। इसलिए अक्सर बल्लेबाजों को बड़ी ही सतर्कता के साथ खेलते हुए देखा जाता है।

हालंकि निकले क्रम के बल्लेबाजों में इससे विपरीत ही देखने को मिलता है। वो मैदान पर आते ही लम्बी परियां खेलने का प्रयास करते हैं , जिसमें कई बार उन्हें सफलता मिलती है तो कई बार वो जल्दी ही अपना विकेट गंवा देते हैं। हालाँकि कुछ ऐसे भी खिलाडी देखने को मिले हैं जिन्होंने ऐसे दबाव में भी अच्छे रन बनाये हैं।

आज हम आपको भारतीय टीम के पांच ऐसे ही दिग्गजों के बारे में बताने वाले हैं। जिन्होंने निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हुए विस्फोटक परियां खेली है। और शानदार बल्लेबाजी का नजराना भी पेश किया है। आइये पढ़ते हैं इनके बारे में।

1. उमेश यादव

2019 में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच रांची में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के दौरान जब भारतीय टीम बेहतरीन प्रदर्शन कर रही थी। उस समय टीम को तेजी से रन बना कर पारी घोषित करनी थी। जहा उमेश यादव (Umesh Yadav) बल्लेबाजी करने आये। दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाज जॉर्ज लिंडा ने उसी ओवर में रविन्द्र जडेजा का विकेट अपने नाम किया था।

उमेश यादव ने आते ही लिंडा को निशाने पर लिया। लिंडा के ही गेंद पर आउट होने से पहले उन्होंने उस गेंदबाज को 5 शानदार छक्के जड़े। अपनी 10 गेंदों की पारी में, उमेश ने 31 रन बनाने के लिए पांच छक्के लगाए, जो कि सबसे लंबे प्रारूप में उनका सर्वोच्च स्कोर था। शानदार प्रदर्शन से गेंदबाज ने बल्ले से दो रिकॉर्ड तोड़े. वह टेस्ट इतिहास में सबसे तेज 30+ रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए।

2. प्रवीण कुमार –

भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार(Praveen Kumar) का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है। इन्होने कई ऐसी परियां खेली है जिसने लोगो के होश उड़ा दिए हो। ऐसी ही एक यादगार पारी उन्होंने 2011 में बर्मिंघम के खिलाफ टेस्ट मैच में बनाया था. जहाँ पर वो आक्रामक अंदाज में खेलते हुए नजर आयें थे.

प्रवीण कुमार ने इस टेस्ट मैच के पहली पारी में 26 रन बनाया था. जबकि दूसरी पारी में जब वो बल्लेबाजी करने आयें भारतीय टीम की हार लगभग पक्की हो चुकी थी. हार को करीब देखकर प्रवीण कुमार ने खुलकर खेलने का पूरा प्रयास किया था.

बर्मिंघम के मैदान पर प्रवीण कुमार ने 18 गेंदों में 222.22 के स्ट्राइक रेट से 40 रन बनाये थे. जिसमें 5 चौके और 3 छक्के शामिल थे. हालाँकि इनके शानदार प्रदर्शन के बाद भी इस मैच में भारतीय टीम पारी और 242 रनों से हार गयी थी.

3. हरभजन सिंह –

लिस्ट में अगला नाम पूर्व गेंदबाज हरभजन सिंह (Harbhajan singh) का है। हरभजन सिंह गेंदबाजी के साथ अच्छी बल्लेबाजी का शौर्य प्रदर्शन करने में भी माहिर हैं। उन्होंने कई मैच में ऐसा कारनामा करके दिखाया है. हरभजन सिंह के 2005 में बुलवायो की उस शानदारी पारी को भुला नहीं जा सकता है।

हरभजन सिंह जब बल्लेबाजी के लिए उस मैच में भी परिस्थिति कुछ ऐसी ही थी की भारतीय टीम बहुत मजबूत स्थिति में नजर आ रही है. हरभजन सिंह उस समय बल्लेबाजी करने आयें जब टीम जल्द से जल्द पारी घोषित करना चाहती थी.

भज्जी ने इस मैच में 18 गेंद खेली. जिसमें उन्होंने 205.55 के स्ट्राइक रेट से 37 रन बनाये थे. जिसमें 4 चौके और 3 छक्के भी लगाए थे. इस मैच में भारतीय टीम ने पारी और 90 रनों से जीत दर्ज की थी. इस पारी में टीम इंडिया का प्रदर्शन काबिलेतारीफ था।

4. विक्रम राज वीर सिंह

हमें कई ऐसे खिलाड़ी देखने को मिलते हैं जिनका प्रदर्शन घरेलु मैदान पर काफी अच्छा होता है लेकिन वह भारतीय टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करने में चूक जाते हैं। उनमें से एक थे विक्रम राज वीर सिंह (Vikram Rajveer Singh). इस खिलाड़ी ने भी एक मैच में बहुत ही आक्रामक बल्लेबाजी की थी।

विक्रम राज वीर सिंह ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका में 2006 में एक मैच खेलते हुए बहुत शानदार पारी खेली थी. इस मैच में भारतीय टीम ने 123 रनों से बहुत शानदार जीत दर्ज की थी विक्रम राज वीर सिंह ने जबरदस्त हिट लगये थे।

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इस मैच में उन्होंने 19 गेंद खेलते हुए 152.63 की स्ट्राइक रेट 29 रन बनाया था. जिसमे उन्होंने 6 चौके लगाए थे. दूसरी पारी में भी उन्होंने मात्र 4 गेंदों में 11 रनों की पारी खेल दी थी।

5. सुनील जोशी –

स्पिनर सुनील जोशी (Sunil Joshi) का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है।जरूरत पर इन्होने भी बल्ले से अपना करतब दिखाया था। और टीम को बड़ा स्कोर बनाने में मदद करने की कोशिश की थी। सुनील जोशी ने ये पारी जिम्बाब्वे के खिलाफ 2000 में नागपुर में खेली थी।

मैच में भारतीय टीम बहुत मजबूत स्थिति में थी जब सुनील जोशी बल्लेबाजी करने के लिए आयें. उन्होंने उस मैच में बहुत ही शानदार बल्लेबाजी करते हुए मात्र 18 गेंदों पर 27 रनों की पारी 150 के स्ट्राइक रेट से खेली थी.

सुनील जोशी ने मैच में दो विकेट भी लिए थे. भारतीय टीम इस मैच में जीत दर्ज करने में नाकाम रही है थी. जिम्बाब्वे की टीम ने बड़ा स्कोर बना कर मैच को ड्रा करा लिया था. जिसके कारण भारतीय टीम को बहुत निराशा हुई थी.

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