Atique Ahmed के आतंक का एक खुलासा, 27 साल तक चुप्पी साधे परिवार ने साझा किया अपना दर्द

By Deepansha kasaudhan On April 27th, 2023
Atiq Ahmed

उत्तर प्रदेश का माफिया डॉन अतीक अहमद (Atique Ahmed) और उसके भाई अशरफ अहमद की बीते 15 अप्रैल को प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह हत्याकांड उस वक्त हुआ जब उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की पुलिस अशरफ अहमद और अतीक अहमद (Atique Ahmed) को मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल ले जा रही थी। इसी दौरान मौका पाकर तीन हमलावरों ने दोनों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी। जिसके बाद दोनों भाइयों की मौके पर ही मौत हो गई। हालांकि वारदात के वक्त ही पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।

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Atique Ahmed का आतंक

अब इसी बीच अतीक अहमद के आतंक का एक और बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल बात यह है कि, अतीक अहमद के बाहुबल और राजनीतिक पहुंच की वजह से एक परिवार बीते 27 सालों तक चुप रहा। अब अतीक अहमद का पूरा साम्राज्य जब मिट्टी में मिल चुका है, तब इस परिवार ने अपनी चुप्पी तोड़ी है और अपना दर्द साझा किया है। अतीक अहमद की हत्या के बाद अशोक साहू के बड़े भाई और भतीजे ने उस घटना को याद किया, जिसके बारे में वह पिछले 27 सालों से कहीं जिक्र नहीं कर रहे थे।

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Atique Ahmed के डर से अब तक चुप था परिवार

बता दें कि साल 1996 में प्रयागराज के सिविल लाइंस अग्रवाल अस्पताल के पास एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर लगा था। यह हत्या साहू परिवार के बेटे अशोक साहू की हुई थी। अशोक प्रयागराज के खुल्दाबाद इलाके के हिम्मतगंज का रहने वाला था। वह अपनी कार में सवार होकर कहीं जा रहा था, इसी दौरान अशरफ की गाड़ी उसकी कार के सामने आ गई।

परिवार के अनुसार अशोक साहू की गाड़ी का पीछे जाना मुश्किल था। मगर अतीक के छोटे भाई अशरफ ने अशोक से कहा, तुम अपनी गाड़ी पीछे करो ताकि मैं अपनी गाड़ी पहले निकाल लूं। अशरफ की बात सुनकर अशोक ने कहा तुम अपनी कार पीछे कर लो, जिससे मैं अपने कार पहले निकाल लूं। इस बात पर अशरफ अहमद को गुस्सा।

दोनों में काफी बहस हुई इसके बाद दोनों चले गए। इसके बाद इस वाक्ये की पूरी जानकारी आशोक ने अतीक अहमद को दी। जब अतीक ने ये बात सुनी तो उसने कहा तुम भी भाई और वो तो मेरा छोटा भाई है। सुनो तुमने ये सही नहीं किया है। इसके कुछ दिन बाद ही अशोक साहू की हत्या सिविल लाइंस अग्रवाल अस्पताल के पास कर दी गई। इसके बाद से कभी अशोक के परिवार ने इस मामले में चुप्पी नहीं तोड़ी। हालांकि अब अतीक की मौत के बाद पूरे 27 साल बाद परिवार ने अपना दुखड़ा जाहिर किया है।

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