क्रिकेट इतिहास के 5 ऐसे मौके जब मैदान पर ही आपस में भिड़ गए खिलाड़ी, एक ने तो बल्ला फेंककर मारा

By Satyodaya Media On April 26th, 2022
क्रिकेट इतिहास के 5 ऐसे मौके जब मैदान पर ही आपस में भिड़ गए खिलाड़ी, एक ने तो बल्ला फेंककर मारा

क्रिकेट को हमेशा ही जेंटलमैन गेम कहा गया है। लेकिन आज के परिप्रेक्ष्य में यह शब्द इस खेल के लिए पहले जितना उपयुक्त नहीं रह गया है। टी20 टूर्नामेंटों आईपीएल, बीपीएल व अन्य ने क्रिकेट को मेजर प्रोफेशनल इंटरप्राइज बना दिया है। क्रिकेटरों को इन टूर्नामेंटों में खेलने से अच्छा पैसा मिलता है। जिसके कारण पिछले कुछ सालों में क्रिकेटरों के व्यवहार में भी काफी परिवर्तन आया है और वह पहले से ज्यादा अभिमानी हो गए हैं।

यही अभिमान अक्सर क्रिकेट मैदान पर एक-दूसरे से टकरा जाता है और क्रिकेट फाइट के नाम से एक नई स्टोरी ईजाद होती है। हम इस सूची में क्रिकेट के कुछ रोचक ऑन फील्ड फाइट से आपको रूबरू कराएंगे। तो आइए नजर डालते हैं।

क्रिकेट इतिहास के 5 बड़े झगड़े !

मिचेल स्टार्क बनाम किरोन पोलार्ड

इंडियन प्रीमियर लीग के सातवें संस्करण के दौरान विश्व के नंबर एक तेज गेंदबाज और वेस्टइंडीज के तूफानी बल्लेबाज किरोन पोलार्ड के बीच MI और RR के बीच खेले जा रहे मैच के दौरान एक तेज लड़ाई होते होते रह गई थी। दरअसल, पोलार्ड स्टार्क के गेंद फेंकने के थोड़ी देर पहले हट गए थे लेकिन फिर भी स्टार्क ने गेंद फेंक दी। इस बात से गुस्साए पोलार्ड स्टार्क को बल्ला लेकर मारने को दौड़े। चूंकि, उनका बल्ला उनके पास ही छूट गया और वह लड़ाई वहीं खत्म हो गई। लेकिन इस घटना की चर्चा ऑन और ऑफ फील्ड खूब हुई।

श्रीसंत बनाम हरभजन सिंह

इंडियन प्रीमियर लीग के पहले संस्करण 2008 के दौरान मुंबई इंडियंस की ओर से खेलते हुए हरभजन सिंह मैदान पर ही गुस्से से लाल हो गए और टीम इंडिया के अपने साथी खिलाड़ी एस श्रीसंत को थप्पड़ जड़ दिया। मोहाली के स्टेडियम में खेले गए इस मैच में श्रीसंत किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेल रहे थे। थप्पड़ पड़ने के बाद श्रीसंत मैदान पर ही जोर- जोर रोने लगे और श्रीसंत को रोते हुए मैदान से बाहर आते देखा गया।

हरभजन के इस व्यवहार के लिए उन्हें आईपीएल से निलंबित कर दिया गया और बाद में अंतरराष्ट्री 5 वनडे मैचों के लिए बैन किया गया। हरभजन के अलावा एक और खिलाड़ी पर इस आरोप की गाज गिरा। यह खिलाड़ी लालचंद राजपूत थे। उन पर आरोप था कि घटना के समय वे हरभजन के ठीक पीछे खड़े थे लेकिन उन्होंने इस मामले में हरभजन को रोकने की कोशिश नहीं की।

गौतम गंभीर बनाम शहीद अफरीदी

बता दें कि कभी न भूलने वाला यह वाकया 2007 में हुआ था, जब कानपुर वनडे के दौरान अफरीदी और गौतम गंभीर आपस में भिड़ गए थे। इस मैच में जब गंभीर ने अफरीदी की गेंद पर चौका लगाया तो अफरीदी चिढ़ गए थे और गंभीर की तरफ देखकर कुछ बोलने लग गए। इसके बाद अगली गेंद पर रन लेते वक्त गंभीर अफरीदी से टकरा भी गए थे, जहां गंभीर की कोहनी अफरीदी को लग गई।

दोनों की टक्कर हुई तो गंभीर को लगा कि अफरीदी जानबूझकर उनके सामने आए हैं। बाद में गुस्से में एक-दूसरे की तरफ बढ़ रहे इन दोनों खिलाड़ियों को अंपायरों को अलग करना पड़ा था। यह क्रिकेट का वह वाकया है, जिसे शायद ही कोई भारत-पाकिस्तान का फैन भुला पाया हो।

हरभजन सिंह बनाम साइमंड्स

बता दें कि 2007-08 में भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर दोनों टीमों के बीच बड़ा विवाद हुआ था। झगड़ा सिडनी टेस्ट के दाैरान हुआ, जब हरभजन अर्धशतक लगा चुके थे तो साइमंड्स उन्हें उकसा रहे थे। साइमंड्स ने हरभजन पर आरोप लगाया था कि उनके खिलाफ नस्लभेद टिप्पणी की थी। हालांकि हरभजन सिंह समेत पूरी टीम ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया था। लेकिन बावजूद इसके आईसीसी ने हरभजन पर तीन मैचों पर प्रतिबंध लगा दिया।

शेन वार्न और मार्लन सैमुएल्स

BBL (बिग बैश लीग) के दूसरे सीजन में तापमान बढ़ा हुआ था जब ऑस्ट्रेलिया के स्पिन के जादूगर शेन वार्न और वेस्ट इंडीज के मर्लोन सैमुएल्स भयंकर विवाद में उलझे हुए थे। सैमुएल्स खेल के दूसरे घटना में भी संलिप्त थे जब उन्होंने आश्चर्यजनक रूप से डेविड हसी को तब पकड़ लिया जब वो दूसरा रन लेने की कोशिश कर रहे थे।

यह अप्रिय घटना वार्न आसानी से नहीं भूलने वाले थे और जिन्होंने पक्का किया की सैमुएल्स को खिलाड़ी प्रति अनुचित आचरण के बारे में पता चले। इसमें शामिल रहें कमीज़ पकड़ना, ऊँगली दिखाना, गेंद प्रक्षेपशन और अंत हुआ सैमुएल्स के वार्न की तरफ बल्ला फेंकने से। यह एक सोफोकल्स के त्रासदी की तरह ही था।

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