खेल मंत्रालय को मिला 3397.32 करोड़ का बजट, इंटरनेशनल गेम्स के साथ जानिए कहां-कहां होगा ये पैसा खर्च
1 फरवरी मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने बजट जारी किया है। इस बजट में खेल मंत्रालय को 3397.32 करोड़ रुपये जारी करने का ऐलान किया है। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले वित्त वर्ष में खेल मंत्रालय को सरकार की ओर से जितना बजट मिला था, उसकी तुलना में नए बजट में मिली रकम 723.97 करोड़ रुपये ज्यादा है। बढ़े हुए बजट के पीछे बड़ी वजह इस साल चीन में होने वाले एशियन गेम्स और अगले साल पेरिस में होने वाले ओलंपिक गेम्स हैं, जिनकी तैयारियों के लिए अक्सर खिलाड़ियों को विदेशी ट्रेनिंग में भेजा जाता है।
खेलो इंडिया पर है नजर
भारत सरकार की नजर खेलो इंडिया पर लगाए हैं। खेलो इंडिया के विकास के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम सरकार ने पिछले वित्त वर्ष के दौरान 606 करोड़ रुपये दिए थे। इस साल 1,045 करोड़ रुपये आवंटित किए गये हैं। जिसमें पिछले साल की तुलना में 439 करोड़ रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है। मल्टीस्पोर्ट्स की तैयारियों के लिए विदेश में कॉम्पटीशन और प्रैक्टिस का खर्च खेल मंत्रालय ही उठाता है। आपको बता दें कि खेलो इंडिया के लिए वर्ष 2020-21 के बजट में 890.42 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे। 2023-24 के लिए इस बजट को 1000 करोड़ रुपये कर दिया गया है।
NADA के लिए भी बढ़ा बजट
विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (WADA) से संबद्ध राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) और राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला (NDTL) को पहले साइ के जरिए रुपये मिलते थे लेकिन अब ये संस्थाएं अपने बजट को सीधे पा लेंगी। इस साल के बजट में NADA को 21.73 करोड़ रुपये की धनराशि मुहैया कराने का प्रावधान है, जबकि डोप परीक्षण कराने वाले NDTL को 19.50 करोड़ रुपये मिलेंगे।
खेल मंत्रालय को भी विकासशील बनाने के लिए दिया गया बजट काफी अच्छा माना जा रहा है। इस साल टीम इंडिया को मेजबान टीम के तौर पर कई गेम्स खेलने के साथ अंतरराष्ट्रिय स्तर पर भी काफी टूर्नामेंट्स का हिस्सा बनना है जिसके लिए यह एक अच्छा बजट माना जा रहा है।
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