UP POLICE: आक्रामक से अत्याचारी होती जा रही मुख्यमंत्री योगी की पुलिस, 2024 के लोकसभा चुनाव पर दिख सकता है असर

By Sameeksha dixit On May 9th, 2022
UP POLICE: आक्रामक से अत्याचारी होती जा रही मुख्यमंत्री योगी की पुलिस, 2024 के लोकसभा चुनाव पर दिख सकता है असर

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की पुलिस (POLICE) का रूप तब तक ठीक था जब तक वो अपराधियों पर आक्रामक थी लेकिन अब उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) न सिर्फ अपराधियों पर बल्कि जनता पर भी अत्याचारी होती जा रही है. उत्तर प्रदेश पुलिस (UP POLICE) का रुख अब इतना सख्त हो गया है की वो खुद को खुदा मानने लगी है. क्या इसका सीधा असर ‘योगी सरकार’ की छवि पर पड़ेगा.

वर्दी में यूपी पुलिस मज़बूत और जनता मज़बूर

UP POLICE: आक्रामक से अत्याचारी होती जा रही मुख्यमंत्री योगी की पुलिस

आक्रामक से अत्याचारी होती जा रही मुख्यमंत्री योगी की पुलिस

उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) की बर्बरता बढ़ती जा रही है. हालही में उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) ने सारीं हदें पार करदीं हैं. योगी सरकार की पुलिस सभी अपराधियों से सख्ती से निपटती आई है. उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) का बड़ा रोल रहा है जनता के बीच सरकार का विश्वास बनाने में. उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) ने योगी सरकार के कार्यकाल में 7500 से ज्यादा एनकाउंटर किए जिसमें 132 अपराधी भी मारे गए हैं.

नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट की माने तो लगभग हर रोज़ 5 एनकाउंटर हुए हैं. इसी कड़ी में यूपी सरकार ने ही अपराधियों के घरों में बुलडोज़र चलवाने की शुरुवात भी की थी जिसके बाद से जनता के बीच एक अच्छा मैसेज गया था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को 2022 के चुनाव में बुलडोज़र बाबा की उपाधि भी दी गयी थी. कहीं कहीं अपराधियों पर उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) का सख्त रुख जनता को पसंद आया जिसकी वजह से दोबारा जनता ने सरकार पर 2022 के चुनाव में भी भरोसा दिखाया.

अत्याचार की सारी हदें पार जनता के साथ हो रहा ऐसा व्यवहार

UP POLICE: आक्रामक से अत्याचारी होती जा रही मुख्यमंत्री योगी की पुलिस

उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) जनता के जान-माल की सुरक्षा की जगह जनता की दुश्मन बन गयी है. कोरोना (Covid-19) काल में एक पुलिस वाले ने सब्जी विक्रेता को इतना मारा की आखिर में उसकी मौत ही हो गयी. उन्नाव का ये 17 साल का बच्चा अपना पेट पालने के लिए सब्ज़ी बेच रहा था. उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) की भयानक दास्ताँ उस वक़्त की है जिस वक़्त भारत लॉकडाउन से जूझ रहा था. उस वक़्त ऐसे परिवार भी थे की अगर वो रोज़ न कमाते तो भूख से ही उनके परिवार वालों की मौत हो जाती.

उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) पर ये भी आरोप है की ललितपुर ज़िले में गैंगरेप की शिकायत लेकर गयी लड़की के साथ थाने भी पुलिस ने बलात्कार किया. उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) की बढ़ती बर्बरता जनता के लिए घातक साबित होती जा रही है. BCI (Bar Council Of India) ने उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) के लिए कहा था की, “यूपी पुलिस के अत्याचारों की कोई भी सीमा नहीं बची है” क्योंकि एटा में एक वकील के ऊपर भी पुलिस ने अपनी बर्बरता दखाई थी.

निष्कर्ष:

सभी बातों का निष्कर्ष ये है योगी सरकार को अपनी पुलिस (Police) पर ध्यान देने की सख्त ज़रूरत है. पुलिस के इस अत्याचारी सुभाव से न सिर्फ महिलाएं बल्कि हर वो शख्स प्रताड़ित है जो पुलिस की बर्बरता का शिकार हो जाता है. अगर पुलिस इसी तरह जनता पर कहर बरपाती रही तो इसका खमियाजा सरकार को 2024 के लोकसभा चुनाव में देखने को मिलेगा. पुलिस सिस्टम धीरे धीरे जनता को निगलता जा रहा है.

 

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