बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को रणजी में जगह मिली तो निराश था पूरा परिवार, दादा ने शेयर की पीछे की कहानी

By Shadab Ahmad On May 11th, 2022
सौरव गांगुली

बीसीसीआई (BCCI) अध्यक्ष व भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (SOURAV GANGULY) का परिवार उनके रणजी टीम में शामिल होने से निराश हो गया था। यह बात उस समय की है कि जब किसी खिलाड़ी का रणजी की टीम तक पहुंचना काफी कठिन होता था। कारण यह था कि खिलाड़ियों के पास अपनी प्रतिभा दिखाने का व्यापक मंच नहीं था। इससे बहुत सी प्रतिभाएं भारतीय व रणजी टीम तक नहीं पहुंच पाती थीं। ऐसे में दौर में गांगुली का रणजी टीम में चयन होने के बाद उनके परिवार के लोग निराश हो गए थे। जानिए क्यों

भाई स्नेहाशीष के स्थान पर हुआ था सौरव गांगुली का चयन

बीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली (SOURAV GANGULY )और स्नेहाशीष (SNEHASHISH) दोनों क्रिकेट के अच्छे खिलाड़ी थे। पहली बार जब सौरव गांगुली का चयन बंगाल की रणजी टीम में हुआ तो उनको इसकी जानकारी नहीं थी। उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में खुद बताया है कि एक दिन वो स्कूल से घर लौटे और अपनी मां से खाना मांगा तो पूरे घर में सभी लोग निराश थे। उन्होंने इस निराशा का कारण अपनी मां से पूछा।

मां ने बताया कि इस बार रणजी टीम में उनके भाई स्नेहाशीष का चयन नहीं हुआ है। तो गांगुली ने कहा कि कोई बात नहीं अगली बार हो जाएगा। इसके बाद सौरव गांगुली की मां ने बताया कि स्नेहाशीष के स्थान पर तुम्हारा चयन हुआ है। यह बात जानने के बाद सौरव गांगुली को समझ में नहीं आया कि अपने चयन पर खुशी मनाएं या फिर भाई के बाहर होने पर दुख व्यक्त करें। बता दें कि उस समय सौरव गांगुली एक आलराउंडर हुआ करते थे। बल्लेबाजी के साथ वो मध्यम तेज गति के गेंदबाज भी हुआ करते थे, इसी कारण उनका चयन बंगाल की रणजी टीम में हुआ था।

बंगाल की ओर से रणजी खेलने के बाद सौरव गांगुली बने भारतीय टीम का हिस्सा

रणजी खेलने के बाद सौरव गांगुली (SOURAV GANGULY) वर्ष 1992 में भारतीय टीम का हिस्सा बने। इसके बाद वो कुछ मैच खेलने के बाद टीम इंडिया (TEAM INDIA) से बाहर कर दिए गए। इसके बाद उन्होंने वर्ष 1996 में वापसी की। यहां उन्होंने धुआंधार बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया के कप्तान बने। भारतीय क्रिकेट के इतिहास में टीम इंडिया को यहां से नई ऊर्जा मिली और सौरव गांगुली एक सफल कप्तान साबित हुए।

गांगुली (SAURAV GANGULI) ने वनडे क्रिकेट में 11 हजार से अधिक रन व 22 शतक लगाए हैं। इसके साथ ही टेस्ट में में करीब 8 हजार रन व 16 शतक उनके नाम हैं। लिस्ट ए व प्रथम श्रेणी के मैचों में भी उन्होंने काफी  रन बनाए हैं। अब सौरव गांगुली भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष हैं और भारतीय टीम की बेहतरी के लिए प्रयारत भी हैं।

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