इस देश की महिला क्रिकेटरोंं को झेलना पड़ा बहुत ज्यादा शोषण, शारीरिक संबंध बनाने के बदले टीम में जगह देने का मिलता था ऑफर

By Shadab Ahmad On March 21st, 2022
श्रीलंका

हर खिलाड़ी की चाहत होती है कि वो अपने देश के लिए खेले। ऐसा ही एक मामला श्रीलंका वूमेन क्रिकेट बोर्ड (SRI LANKA WOMEN CRICKET BOARD)  के सामने आया था, जिसमें बोर्ड के कुछ सदस्यों ने इंटरनेशनल में जगह दिलाने के बदले महिला खिलाड़ियों को शारीरिक संबंध बनाने की बात कही थी। इसकी शिकायत वूमेन टीम के सदस्यों ने की थी। 8 साल बाद अब वूमेन टीम को न्याय मिला है। आइए जाने क्या है पूरा मामला…..

श्रीलंका को उठानी पड़ी थी काफी जिल्लत

 

वर्ष 2014 में श्रीलंका (SRI LANKA)की महिला खिलाड़ियों ने सलेक्शन के बदले शारीरिक संबंध का मामला उठा कर पूरे क्रिकेट जगत को हिलाकर रख दिया था। इसमें चयनकर्ताओं पर आरोप लगा था कि जो संतुष्ट कर देगा उसको ही राष्ट्रीय टीम में स्थान मिलेगा।

इस खबर पर श्रीलंका (SRILANKA) को काफी जिल्ल्त उठानी पड़ी थी। साथ ही उस समय पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के लिए पूर्व क्रिकेटर व कप्तान सनथ जयसूर्या समेत तीन अधिकारियों को जांच का जिम्मा सौंपा गया था। इस पर सनथ जयसूर्या ने पूरे मामले की जांच शुरू की थी। अब जाकर इस पूरे मामले से पर्दा उठ पाया है।

श्रीलंका वूमेन टीम को आठ साल बाद लेकिन मिला न्याय

श्रीलंका के चयनकर्ताओं पर लगे महिला उत्पीड़न जैसे गंभीर आरोप में सनथ जयसूर्या (SANATH JAI SURYA) समेत अफसरोंं को जांच करने में आठ माह का समय लग गया है। अब यह रिपोर्ट सामने आ चुकी है। इसमें स्पष्ट है कि नेशनल टीम (NATIONAL TEAM) सेलेक्शन के बदले शारीरिक संबंध बनाए जाने की बात कही गई थी। पूरे प्रकरण में तीन अधिकारी शामिल थे, इसमें से दो यौन उत्पीड़न व एक को अनुचित व्यवहार का दोषी पाया गया हैै।

सनथ जयसूर्या (SANATH JAI SURYA) की कमेटी ने पाया कि किसी भी व्यक्ति से किसी तरह के शारीरिक संबंध बनाने का सबूत नहीं मिला। जयसूर्या की इस रिपोर्ट के बाद श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने दोषी पाए गए तीनों चयनकर्ताओं को तुरंत बर्खास्त कर दिया। इस तरह श्रीलंका की महिला खिलाड़ियों को इंसाफ मिला।

Tags: महिला विश्व कप 2022, श्रीलंका क्रिकेट टीम, सनथ जयसूर्या,
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