बचपन में हो गया था अनाथ, पिता चाहते थे बने आर्मी ऑफिसर, लेकिन बड़ी बहन ने पाल-पोसकर बनाया दुनिया का खतरनाक ऑलराउंडर

By Adeeba Siddiqui On December 6th, 2022
रवींद्र जडेजा

रवींद्र जडेजा: भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को आज कौन नहीं जानता है. भारत के सबसे सफल कप्तान माने जाने वाले एमएस धोनी के अंदर कई सारी खासियत रही है. उन्होंने न केवल भारत को आईसीसी के तीनों फॉर्मेट में खिताब जीता है, बल्कि कुछ और भी है जो उन्हें बेहद खास और बाकी कप्तानों से अलग करता है.

भारतीय टीम में फिलहाल ऐसे कई खिलाड़ी मौजूद हैं जिनके यहां तक पहुंचने के पीछे धोनी का बड़ा हाथ और सहयोग रहा है. इन्हीं खिलाड़ियों में से एक हैं भारतीय स्टार ऑल राउंडर रवींद्र जडेजा. तो चलिए आज जडेजा के खास दिन यानी उनके जन्मदिन पर बात करते हैं उनके सफर के बारे में.

रवींद्र जडेजा नहीं होते आज क्रिकेटर

भारतीय टीम के मौजूदा स्टार ऑलराउंडर और टीम की एक मजबूत और अहम कड़ी माने जाने वाले रवींद्र जडेजा का आज जन्मदिन है और वो आज 34 वर्ष के हो गए हैं. आज जिस नाम को टीम में सबसे अहम नामों में से एक माना जाता है, जो न केवल बल्लेबाजी बल्कि गेंदबाजी में भी अपना दमखम बराबरी का दिखाता, वो शायद आज क्रिकेटर नहीं बल्कि आर्मी ऑफिसर होता. ‘

जी हां रवींद्र जडेजा के पिता अनिरुद्ध जडेजा बचपन से ही चाहते थे की उनका बेटा भी उन्ही की तरह आर्मी में जाए. लेकिन रवींद्र जडेजा बचपन से ही क्रिकेट के दीवाने थे और वो क्रिकेटर ही बनना चाहते थे, और इसके लिए एकदम तैयार थे, लेकिन फिर 2005 में मां के निधन ने जडेजा का प्लान बदलने का काम किया और उन्होंने क्रिकेट छोड़ने का सोचा तो बहन नैना जडेजा ने उन्हें ऐसा करने से रोक लिया.

साल 2008 में अंडर 19 वर्ल्ड कप से उन्होंने अपने क्रिकेट करियर का आगाज किया जहां से उन्हें पहचान मिली, और इस मेगा इवेंट में जडेजा ने बेहद ही घातक प्रदर्शन करते हुए टीम की जीत में अहम योगदान दिया. रवींद्र जडेजा ने रणजी ट्रॉफी में सौराष्ट्र की ओर से खेलते हुए अपने खेल का जबरदस्त प्रदर्शन किया और सबको प्रभावित किया. इसके बाद 2008 में ही इन्हें आईपीएल में खेलने का मौका मिला, जहां ये राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते दिखे और टीम के लिए बेहद किफायती रहे.

धोनी ने किया पूर्ण सहयोग

घरेलू और आईपीएल टूर्नामेंट में रवींद्र जडेजा के घातक प्रदर्शन ने उन्हें भारतीय टीम में जगह दिलाई. 2009 में रवींद्र जडेजा ने भारतीय टीम के साथ महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में इंटरनेशनल क्रिकेट में टेस्ट मैच से अपना डेब्यू किया, जहां उन्होंने रविचंद्रन अश्विन के साथ मिल कर जबरदस्त स्पिन साझेदारी निभाई थी.

इसके बाद महेंद्र सिंह धोनी ने जडेजा का पूर्ण सहयोग किया उन्हें सही सलाह दी उनका अच्छा मार्गदर्शन किया और फिर जाकर 2012 में रवींद्र जडेजा को आईपीएल में सीएसके ने अपने साथ जोड़ा. रवींद्र जडेजा ने साल दर साल अपने खेल में गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनो में निपूर्णता दिखाई और निखरते गए. 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी में रवींद्र जडेजा ने भारत की जीत में अहम योगदान दिया और गेंदबाजी समेत बल्लेबाजी में जबरदस्त प्रदर्शन किया.

रवींद्र जडेजा का करियर ग्राफ

रवींद्र जडेजा ने साल दर साल अपने प्रदर्शन को सुधार करते हुए निखारा है. गेंदबाजी के साथ बल्लेबाजी और इसके साथ फील्डिंग तीनों में रवींद्र जडेजा टीम के लिए सबसे उपयोगी साबित हुए. इसके लिए उन्हें साल 2021 में दुनिया का नंबर 1 ऑलराउंडर घोषित किया गया. रवींद्र जडेजा के करियर की बात क्रैक तो घरेलू क्रिकेट में सौराष्ट्र की ओर से खेलते हुए उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 3 शतक जड़े हैं.

वहीं भारत के लिए उन्होंने अब तक 60 टेस्ट खेले हैं जिनमें उन्होंने गेंदबाजी करते हुए 242 विकेट चटकाएं हैं और बल्लेबाजी करते हुए 2500 रन जड़े हैं. वहीं वनडे में जडेजा ने 171 मैचों गेंदबाजी करते हुए 189 विकेट हासिल किया हैं और बल्लेबाजी कर 2447 रन जड़े हैं. अब बात टी20 की करें तो इसमें भी को निपूर्ण हैं और उन्होंने 64 मैचों में 51 विकेट चटके और 457 बटोरे हैं.

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