ऐसे 5 दिग्गज खिलाड़ी जिनकी कमी आज भी खलती हुई आती है नजर, टीमों को नहीं मिल रहे इनके कोई विकल्प !

By Satyodaya Media On August 10th, 2022
केविन पीटरसन ने बताया कौन सी जीतेगी खिताब तो कौन जड़ेगा पहला शतक

क्रिकेट के मुकाबले में जीत दर्ज करने के लिए टीम के खिलाड़ियों का बेहतर फॉर्म में होना बेहद आवश्यक होता है। खासकर के 2 से 3 खिलाड़ियों को अच्छा प्रदर्शन करना होता है। किसी भी मैच को निकालने के लिए यदि टीम के कुछ खिलाड़ी अच्छा खेल जाये तो वह टीम को जीत दिलाने में सफल हो सकते हैं। वैसे ही टीम में कुछ ऐसे खिलाड़ी मौजूद होते हैं जिनपर पूरी टीम की जीत निर्भर होती है। अगर वो खिलाड़ी न खेले तो टीम की हार लगभग तय सी लगने लग जाती है।

हर टीम में कुछ ऐसे खिलाड़ी होते हैं जिनके संन्यास लेने के सालों बाद भी टीम में उनकी कमी खलती हुई नजर आती है। आज हम बात करेंगे ऐसे ही कुछ चर्चित खिलाड़ियों के बारे में जो अब टीम का हिस्सा नहीं है। लेकिन अभी भी टीम उनका विकल्प ढूंढ रही है। इस लिस्ट में दिग्गज खिलाड़ी भी शामिल हैं।

1.केविन पीटरसन (इंग्लैंड)

इंग्लैंड की मौजूदा टीम मजबूत टीमों में से एक हैं, इनमें वैसे तो कुछ खास कमी नजर नहीं आती। लेकिन उनके बल्लेबाजी के क्रम में वो खिलाडी मौजूद नहीं हैं जो खेल की परिस्तिथियों को बदलने का दमखम रखते हो। हालाँकि पहले की इग्लैंड की टीम में केविन पिटरसन (Kevin Pietersen) ऐसे खिलाड़ी थे जो हारी हुई बाजी को जितने में महारथी थे। उनका नाम क्रिकेट इतिहास के पन्नो पर सुनहरे अक्षरों में लिखा जा चुका है।

केविन पीटरसन ने इंग्लैंड के लिए 104 टेस्ट मैच में 47.29 के औसत से 8181 रन बनाये थे। जबकि 136 एकदिवसीय मैच में उन्होंने 40.73 के औसत से 4440 रन बनाये थे. जबकि पीटरसन ने टी20 फ़ॉर्मेट में 37.94 के औसत से 1176 रन बनाये थे। वो तीनो फ़ॉर्मेट में हिट खिलाड़ी थे। केविन पीटरसन तीनों ही फॉर्मेट में सफल खिलाड़ी रहे थे। शायद यही कारण है की इंग्लैण्ड की टीम को अभी तक उनका कोइ बेहतर विक्लप नहीं मिल पाया है। उनकी कमी टीम में अक्सर ही देखने को मिल जाती है।

2. मुथैया मुरलीधरन (श्रीलंका)

श्रीलंका की पुरानी टीम पर नजर डाले तो उनमें कई दिग्गज शामिल थे, बल्लेबाजी हो या गेंदबाजी सभी खिलाड़ी अपने शानदार फॉर्म्स में नजर आते थे। हालाँकि अब कई महारथियों ने क्रिकेट के मैदान को अलविदा कह दिया है। जिसकी कमी नजर भी आयी है। इनमें से एक है मुथैया मुरलीधरन (Muttiah Muralitharan)। श्रीलंका के पास इनका कोई विकल्प मौजूद नहीं है।

मुथैया मुरलीधरन ने श्रीलंका के लिए 133 टेस्ट मैच में 22.73 के औसत से 800 विकेट हासिल किये. जबकि 350 एकदिवसीय मैच में उन्होंने 23.08 के औसत से 534 विकेट अपने नाम किये थे. टी20 फ़ॉर्मेट में उन्होंने 12 मैच खेले और 22.85 के औसत से 13 विकेट हासिल किये। श्रीलंका के पास अगर मुथैया का कोई दूसरा विकल्प मिल जाये तो उन्हें हराना न के बराबर है।

3.  शेन वार्न (ऑस्ट्रेलिया)

लिस्ट में तीसरा नाम ऑस्ट्रेलिया के पूर्व गेंदबाज दिवंगत शेन वार्न (Shane Warne) का है। ऑस्ट्रेलिया की मौजूदा टीम खतरनाक टीमों में से एक है। इस खेमें में एक से बढ़कर एक धुरंधर शामिल हैं। सभी विभाग में अच्छे खिलाड़ी मौजूद हैं। लेकिन स्पिनरों की कमी थोड़ी खटकती है। ऑस्ट्रेलिया की टीम में शेन वार्न की कमी सबसे ज्यादा खटकती है। अगर उन्हें ऐसे ही कोई स्पिनर मिल जाये तो फिर ऑस्ट्रेलिया को हराना और भी मुश्किल हो जायेगा।

शेन वार्न ने ऑस्ट्रेलिया की टीम के लिए 145 टेस्ट मैच में 25.42 के औसत से 708 टेस्ट विकेट हासिल किये. जबकि 194 एकदिवसीय मैच में 25.74 के औसत से 293 विकेट अपने नाम किये. आईपीएल के दौरान उन्होंने 55 टी20 मैच में 25.39 के औसत से 57 विकेट हासिल किये। उन्होंने कई सालों तक खुद को ऑस्ट्रेलिया की टीम के लिए मैच विनर खिलाड़ी साबित किया है। हालंकि अब ये दिग्गज खिलाड़ी दुनिया को अलविदा कह चुके हैं।

4.  एबी डिविलियर्स (दक्षिण अफ्रीका)

लिस्ट में अगला नाम दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स (AB Deviliers) का है। गौरतलब है की साउथ अफ्रीका की टीम इस समय ख़राब फॉर्म से जूझती हुई नजर आ रही है। एबी के न होने के कारण उनका मध्यक्रम अब मजबूत नहीं रहा है। उन्हें वहां पर अनुभवी खिलाड़ी की मौजूदगी चाहिए। दिग्गज एबी डिविलियर्स में ये खासियत नजर आती थी।

उनके न होने पर टीम काफी कंजपर नजर आने लगी है। एबी डिविलियर्स ने दक्षिण अफ्रीका के लिए टेस्ट फ़ॉर्मेट में 114 मैच में 50.66 के औसत से 8765 रन बनाये हैं. जबकि उसके साथ ही उन्होंने 228 एकदिवसीय मैच में भी 53.5 के शानदार औसत से 9577 रन बनाये हैं. टी20 फ़ॉर्मेट में उन्होंने 78 मैच में 1672 रन बनाये हैं।टीम को अभी तक डिविलियर्स का कोई बेहतरीन विकल्प नहीं मिल पाया है। जिससे उनकी कमी अच्छी खासी खलती है।

5. युवराज सिंह (भारतीय टीम)

भारतीय टीम आज के दौर में सफल टीमों में से एक है। इनमें कोई खास कमी तो नजर नहीं आती। लेकिन एक आलराउंडर के तौर पर आज भी युवराज सिंह (Yuvraj Singh) की कमी को कोई भी खिलाड़ी पूरा नहीं कर पाया है। युवराज सिंह ने भारतीय टीम के लिए 40 टेस्ट मैच खेले. जिसमें 1900 रन बनाये. जबकि 304 एकदिवसीय मैच में उन्होंने 8701 रन बनाये और गेंद के साथ 111 विकेट हासिल किये.

58 टी20 मैच में उन्होंने 1177 रन बनाये और फिर गेंद के साथ भी युवराज ने 28 विकेट हासिल किये। युवी को बड़े मैच का खिलाड़ी माना जाता था। जो बल्ले और गेंद दोनों के साथ शानदार प्रदर्शन दिखने में सक्षम थे। हालाँकि उनके विकल्प के तौर पर हार्दिक पंड्या टीम में मौजूद है लेकिन वो भी अपनी फिटनेस से झुझते नजर आते हैं। ऐसे में इस दिग्गज की कमी टीम इंडिया को अक्सर खलती हुई नजर आती है।

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