क्रिकेट की दुनिया के वो 4 भारतीय खिलाड़ी जो धमाकेदार डेब्यू करने बाद भी अपना करियर बचा न सकें

By Sameeksha dixit On August 31st, 2022
टीम इंडिया के वो 4 खिलाड़ी जो शानदार डेब्यू करने क बाद भी करियर बचा न सके

टीम इंडिया की ओर से खेलते हुए कई खिलाड़ियों ने अपना लंबा करियर बनाया है. जबकि कई ऐसे खिलाड़ी भी हुए हैं, जिनमें प्रतिभा की कमी तो नहीं थी, फिर भी टीम इंडिया की जर्सी में खेलने का अवसर नहीं मिल सका. ऐसे कई खिलाड़ी भी हुए जिन्होंने भारतीय टीम में अपना डेब्यू तो किया गया, लेकिन उनका करियर लंबा नहीं चल सका.

आज हम आपसे टीम इंडिया के ऐसे 4 खिलाड़ी के बारे में बताएंगे जो क्रिकेट में डेब्यू करने के बावजूद अपना सफर लंबा नहीं चला सकें, ओर उनका अंतरराष्ट्रीय करियर ख़त्म हो गया.

1. सुब्रमण्यम बद्रीनाथ

टीम इंडिया के इस खिलाड़ी ने फर्स्ट क्लास में 10 हजार से ज़्यादा रन बनाए थे. आईपीएल (IPL) के बद्रीनाथ ने चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की ओर से खेलते हुए बहुत से मैचों में बड़ी भूमिका निभाई थी. बद्रीनाथ आईपीएल जीतने वाली टीम का हिस्सा लगातार दो बार रहे हैं. दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने वर्ष 2010 में टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था और साउथ अफ्रीका के साथ मुकाबले में खेलते हुए उन्होंने अपने पहले ही मैच में 56 रनों की पारी खेली थी. अच्छी शुरुआत के बाद भी उनका करियर लगातार आगे नहीं बढ़ा, उन्होंने भारतीय टीम के लिए कुल 2 टेस्ट, 7 वन-डे, और 1 T20 खेला हैं.

2. दीप दासगुप्ता

टीम इंडिया के एक और खिलाड़ी दीप दासगुप्ता, इंग्लैंड के खिलाफ अपने पहले ही टेस्ट में दीप दासगुप्ता (Deep Dasgupta) ने शतक ठोका था. अपने दूसरे टेस्ट के दौरान उन्होंने 60 रनों की शानदार पारी खेली थी. उन्होंने भारत के लिए 8 टेस्ट में अपना योगदान दिया, जिसमें उन्होंने 28.66 की औसत से 344 रन जड़े. दीप के करियर की बात करें तो, शुरुआत अक्टूबर साल 2001 में हुई और अप्रैल 2002 में सिमट कर रह गई.

3. नमन ओझा

 

नमन ओझा का प्रदर्शन भी टीम इंडिया में अच्छा रहा, फर्स्ट क्लास क्रिकेट में नमन ओझा (Naman Ojha) ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है, और कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं. रणजी ट्रॉफी के दौरान विकेट के पीछे सबसे अधिक शिकार करने वाले विकेटकीपर भी नमन ओझा ही बने. नमन ओझा ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत वर्ष 2010 में श्रीलंका के खिलाफ की थी, इसी साल उनको टीम इंडिया की और से T20 में खेलने का मौका भी मिला. भारत की ओर से नमन ओझा को 1 टेस्ट 1 वन-डे और 2 T 20 मैच खेलने का भी अवसर मिला.

4. आकाश चोपड़ा

इस श्रेणी में चौथे नंबर पर हैं, टीम इंडिया के खिलाड़ी आकाश, बड़े ही फेमस टीवी कॉमेंटेटर के रूप में काम करने वाले आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) का करियर इतना लंबा नहीं चल सका. उन्होंने अक्टूबर 2003 में टीम इंडिया की ओर से न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट में डेब्यू किया था, और अपना आख़िरी टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अक्टूबर 2004 में खेला था. इस दौरान उन्होंने 10 टेस्ट मैचों में भारतीय टीम के लिए अपना अच्छा योगदान फिया था.

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