3 भारतीय टीम के खिलाड़ी जो प्रतिभाशाली होते हुए भी नहीं हो पाए सफल, दिग्गजों को पीछे छोड़ने के रखते थे दम

By Satyodaya Media On April 29th, 2022
3 भारतीय टीम के खिलाड़ी जो प्रतिभाशाली होते हुए भी नहीं हो पाए सफल, दिग्गजों को पीछे छोड़ने के रखते थे दम

क्रिकेट की दुनिया में जब कोई खिलाड़ी कदम रखता है तो वह सफलता के शिखर पर पहुंचने का सपना देखता है। हालाँकि उन्हें शुरुआत तो शानदार मिलती है लेकिन धीरे धीरे वह असफलता की ओर बढ़ने लगते हैं। वो अपनी प्रतिभा के साथ बिलकुल भी न्याय नहीं कर पाते हैं। कुछ खिलाड़ियों ने जब अंडर-19 स्तर पर या भारतीय टीम के लिए खेला तो सब उनके प्रदर्शन से काफी प्रभावित हुए और उन्हें टीम इंडिया में जगह भी मिल गयी लेकिन उनका करियर उतना प्रभावशाली नहीं रहा।

जिसके कारण वो कुछ समय के बाद टीम में नजर भी नहीं आ पायें. आज हम आपको ऐसे ही 3 भारतीय टीम के खिलाड़ी के बारें में बताएँगे। जिनकी तुलना एक समय पर दिग्गजों से होती थी। जिनका करियर एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी के तौर पर शुरू हुआ लेकिन अंत में कुछ और ही देखने को मिला।

3 भारतीय टीम के खिलाड़ी प्रतिभा होते हुए भी नहीं हुए सफल !

इरफ़ान पठान –

तेज गेंदबाजी आलराउंडर इरफ़ान पठान (Irfan Pathan) ने जब अपना करियर शुरू किया तो वह बेहद शानदार फॉर्म में नजर आ रहे थे ,उनकी स्विंग के कला ने सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा। बाद में गेंद के साथ वो बल्ले के साथ भी अहम् रोल में नजर आने लगे थे। जिसके कारण उनकी तुलना कपिल देव से की जाने लगी। इरफ़ान पठान ने भारतीय टीम के लिए 29 टेस्ट मैच खेले. जिसमें 1105 रन बनाये और 100 विकेट भी हासिल किये.

120 एकदिवसीय मैच में उन्होंने 1544 रन बनाये थे. जबकि गेंद के साथ उन्होंने 173 विकेट अपने नाम किये हैं. इरफ़ान ने 24 टी20 मैच भी भारत के लिए खेले हैं. पठान ने इस फ़ॉर्मेट में गेंद से 28 विकेट हासिल किये और बल्ले से 172 रन बनाये हैं। लेकिन 2012 में 28 वर्ष की उम्र में भारतीय टीम से बाहर हो गये और फिर वापसी नहीं कर पायें। उनके प्रतिभा को देखकर ये आकड़े बहुत कम नजर आते हैं। ऐसे में यह कहना गलता नहीं होगा की प्रतिभाशाली होने के बाद भी वह कुछ खास नहीं कर पाए।

रॉबिन उथप्पा –

विकेटकीपर बल्लेबाज रोबिन उथप्पा (Robin Uthappa) को जब भारतीय टीम का हिस्सा बनाया गया था तो उस समय उनके खेल की तारीफ हर जगह होती हुई नजर आती थी। यहाँ तक की रोबिन उथप्पा को दाएं हाथ का युवराज सिंह (Yuvraj Singh) कहा जाने लगा। लेकिन बाद में वो फेल होते हुए नजर आने लगे।

रॉबिन उथप्पा ने भारतीय टीम के लिए 46 एकदिवसीय मैच में 25.94 के औसत से 934 रन बनाये। जिसमें 6 अर्धशतक भी शामिल रहे। जबकि इसके साथ ही उन्होंने 13 टी20 मैच खेला। जहाँ पर 24.9 के औसत से 249 रन भी बनाये। जिसमें एक अर्द्धशतक भी शामिल रहा था। उथप्पा के आईपीएल में अपने छक्कों की बरसात करते हुए नजर आते हैं लेकिन भारतीय टीम के लिए वो कमाल का प्रदर्शन नहीं दिखा पाए, और सफलता की जगह उनकी असफलता ही हाथ लगी।

उन्मुक्त चंद –

अंडर-19 भारतीय टीम ने उन्मुक्त चंद (Unmukt Chand) की कप्तानी में 2012 में ख़िताब अपने नाम दर्ज किया था। जिसके बाद सभी उन्हें भारतीय टीम का भविष्य बताने लगे थे। कुछ दिग्गजों ने कहा की अंडर-19 टीम से एक और विराट कोहली (Virat Kohli) जैसा खिलाड़ी आ रहा है। लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं।

उन्मुक्त चंद को भारतीय टीम के लिए खेलने का मौका नहीं मिल पाया। लेकिन फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने 67 मैच खेले. जिसमें 31.57 के औसत से 3379 रन बनाये. जबकि 120 लिस्ट ए मैच में उन्होंने 41.33 के औसत से 4505 रन बनाये. चंद ने 77 टी20 मैच में 22.35 के औसत से 1565 रन बनाये. जिसमें 3 शतक भी शामिल रहा।

चंद का आईपीएल में बेहद निराशाजनक प्रदर्शन देखने को मिला था। जिसके कारण उनके करियर पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा।उनके ख़राब प्रदर्शन के कारण उन्हें टीम में जगह मिलना मुश्किल हो गया। फ़िलहाल वो उत्तराखंड के लिए खेलते हुए नजर आ रहे हैं।

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