IND vs ENG: इंग्लैंड के खिलाफ अगर इन 3 खिलाड़ियों को मिलता मौका तो सीरीज जीत सकती थी भारतीय टीम, बदल देते ये खिलाड़ी मैच का रूख
रविचंद्रन अश्विनः भारतीय टीम (INDIA) और इंग्लैंड (ENGLAND) के बीच पिछले साल खेली गयी टेस्ट सीरीज का पांचवा और आखिरी टेस्ट मैच आज 1 जुलाई से एजेब्सटन (EDGBASTON) में खेला जा रहा था। आज 5 जुलाई को इस टेस्ट मैच का पांचवा और फाइनल दिन चल रहा था। भारतीय टीम द्वारा रखे गए 378 रनों के लक्ष्य को इंग्लैंड ने जो रूट (JOE ROOT) और जॉनी बेयस्टो (JOHNY BAIRSTOW) की शतकीय पारी से आसानी से प्राप्त करते हुए 7 विकटों से जीत प्राप्त कर ली हैं।
दोनों ही टीमों के बीच यह सीरीज 2-2 के बराबरी पर खत्म हुई हैं। तीन ऐसे भारतीय खिलाड़ी हमें इस वक्त दिख रहे हैं जो अगर इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट में प्लेइंग 11 का हिस्सा होते तो भारत मैच व सीरीज दोनों अपने नाम कर सकती थी। आइए जानते हैं कौन-कौन हैं वो खिलाड़ी-
1. मयंक अग्रवाल
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (ROHIT SHAMRA) के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद मयंक अग्रवाल को उनके कवर के रूप में टीम में बुलाया गया था। मयंक को टीम का हिस्सा नहीं बनाया गया था। रोहित के बाहर होने के बाद चेतेश्वर पुजारा और शुभमन गिल ने भारत के लिए ओपनिंग की। चेतेश्वर पुजारा पहली इनिंग में फ्लॉप थे, लेकिन दूसरी पारी में उन्होने 66 रनों की पारी जरूर खेली थी।
लेकिन शुभमन गिल (SHUBMAN GILL) ने दोनों ही पारियों में बहुत निराश किया। वह दोनों पारियों में सिंगल डिजिट के स्कोर पर आऊट हो गए। मयंक अग्रवाल (MAYANK AGAWAL) टेस्ट में भारत के लिए ओपनिंग करते हए पहले कई बार कमाल दिखा चुके हैं। मयंक अग्रवाल इंग्लैंड में ही टीम के साथ मौजूद थे, ऐसे में मैनेजमेंट उन्हें टीम में रखकर ओपनिंग का मौका दे सकती थी।
इंग्लैंड के पिच की कंडिशन भी मयंक अग्रवाल को यहां शानदार प्रदर्शन करने पर मजबूर कर सकती थी। अगर मयंक अग्रवाल इंग्लैंड के खिलाफ भारत के लिए ओपनिंग करते नजर आते तो शायद लोगों को रोहित शर्मा की कमी महसूस नहीं होती। और भारत को भी अच्छी शुरूआत मिल पाती।
2. रविचंद्रन अश्विन
इंग्लैंड के खिलाफ एक मात्र टेस्ट मैच में भारतीय टीम मात्र 1 ही स्पिनर के साथ उतरी थी। यह फैसला तो अब तक लोगों को समझ नहीं आ पाया कि भारत आखिर क्यों एक ही स्पिनर के साथ उतरी थी। जबकि एजहेस्टन मैदान की पिच स्पिनर गेंदबाजों के लिए ज्यादा अनुकूल लगती हैं। अश्विन (R ASHWIN) ने साल 2108 मैें इस मैदान पर खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया था। यहां पर उनके रिकॉर्ड भी अच्छे हैं।
लेकिन उन्हें प्लेइंग 11 में जगह नहीं मिली। मैच से पहले क्रिकेट के दिग्गजों का मानना था कि अश्विन इस टेस्ट मैच में कमाल करते दिख सकते थे। अश्विन की कमी भारतीय टीम को काफी ज्यादा खली हैं। अश्विन इस टेस्ट मैच में एक्स फैक्टर बनते हुए नजर आ सकते थे। अगर अश्विन टीम में मौजूद रहते तो शायद आज कहानी कुछ और ही होती।
3. उमेश यादव
भारत इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में 4 तेज गेंदबाजों के साथ उतरी थी। जिसमें जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर शामिल थे। उमेश यादव (UMESH YADAV) भी टेस्ट टीम का हिस्सा थे और इंग्लैंड में ही मौजूद थे। लेकिन उन्हें प्लेइंग 11 में जगह नहीं मिली थी। अगर अनुभव के हिसाब से बात करें तो उमेश यादव की टीम में जगह बनती थी। शार्दुल ठाकुर (SHARDUL THAKUR) इस टेस्ट मैच में गेंद और बल्ले से उतना कमाल नहीं दिखा पाए।
शार्दुल की जगह उमेश यादव को टीम में शामिल किया जाना चाहिए था। उमेश यादव गेंद के साथ-साथ टीम कों संभालने वाली बल्लेबाजी भी कर सकते थे। उमेश यादव अपने खेल से समय को बदलने की भी काबिलियत रखते हैं। अगर उमेश यादव भी टीम में मौजूद रहते तो शायद इस वक्त भारत की कहानी कुछ और ही होती।
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