3 दिग्गज खिलाड़ी जो बतौर कप्तान हो गए बुरी तरह से फेल, पहले नंबर पर हैं मौजूद है भारतीय खिलाड़ी !

By Satyodaya Media On April 27th, 2022

क्रिकेट के दुनिया में बतौर कप्तान खेलना आसान नहीं है। जहाँ टीम की जीत पर लोग कप्तान की प्रसंशा करते नहीं थकते वही हारने पर आलोचना भी अधिकतर कप्तान के मत्थे ही मढ़ा जाता है। इसलिए मैनेजमेंट ऐसे खिलाड़ी को टीम की कमान देती है जिसमें लीडरशिप और अनुभव भरपूर मात्रा में हो। टीम की अगुवाई किसी दिग्गज खिलाड़ी करते हैं तो साथी खिलाड़ियों को प्रेरणा का स्त्रोत मिल जाता है। लेकिन कुछ दिग्गज तो खिलाड़ी के तौर पर महान रहे लेकिन कप्तानी के मामले में वो असफल हो गये।

सफल क्रिकेटर्स लेकिन बतौर कप्तान रहे असफल !

सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) से लेकर कई अन्य लीजेंडरी खिलाड़ी इस सूची में शामिल हैं। प्रतिभावान होने मात्र से ही टीम की कप्तानी करने के गुण विकसित नहीं हो सकते, इस बात की पुष्टि के कई उदाहरण मौजूद हैं। वहीँ दूसरी ओर क्रिकेट के बहुतेरे सफल कप्तान ऐसे भी हैं जिनकी सामूहिक तौर पर अर्जित की गई उपलब्धि उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि से बहुत कम नजर आती है। इस आर्टिकल के जरिये हम ऐसे ही तीन खिलाड़ियों के बारे में बात करने वाले हैं जिन्होंने खिलाड़ी के तौर पर बहुत सफलता हासिल किया लेकिन जब बात कप्तान के तौर पर सफलता की आई तो वो फेल होते हुए नजर आयें है।

सचिन तेंदुलकर –

इस लिस्ट में सबसे पहला नाम क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर(Sachin Tendulkar) का है। इन्हें टीम की कमान तब सौंपी गई जब कि कपिल देव (Kapil Dev) को क्रिकेट छोड़े लगभग चार बरस हो चुके थे और टीम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रही थी। चयनकर्ताओं को लगा कि एक प्रतिभाशाली क्रिकेटर अच्छा योजनाकार और लीडर हो सकता है। मगर सचिन इन उम्मीदों पर खरे न उतर सके।

टीम के कप्तान के रूप में सचिन ने 25 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्हें केवल 4 में ही जीत मिली जबकि उनकी कप्तानी में खेले गए 73 एकदिवसीय मैचों में टीम ने मात्र 23 मैचों में ही जीत का स्वाद चखा। आज भी क्रिकेट के छोटे-मोटे कुल व्यक्तिगत रिकार्डों में तकरीबन 50 प्रतिशत रिकॉर्ड सचिन के नाम ही हैं मगर कप्तानी के तौर पर वो बेहद असफल साबित हुए।

अज़हर अली –

पाकिस्तान के लिए टेस्ट फ़ॉर्मेट में कप्तानी कर चुके अजहर अली (Azhar Ali ) ने बतौर खिलाड़ी बहुत अच्छा प्रदर्शन दिखाया है। लेकिन एकदिवसीय फ़ॉर्मेट में उनके कप्तानी के रिकॉर्ड पर नजर डाले तो उन्होंने कुछ खास कारनामा नहीं दिखाया है। अजहर अली ने एकदिवसीय फ़ॉर्मेट के 31 मैच में पाकिस्तान टीम की बागडोर संभाली थी।

इस बीच पाकिस्तान की टीम ने मात्र 12 मैच में ही जीत दर्ज किया था। जबकि उन्हें 18 मैच में करारी शिकस्त का स्वाद चखना पड़ा था। टेस्ट में भी अजहर के रिकॉर्ड अब तक अच्छे नहीं रहे हैं। अली ने बतौर खिलाड़ी पाकिस्तान क्रिकेट टीम को लम्बे समय तक अपनी सेवा दी है। लेकिन कप्तानी मिलने के बाद उनका प्रदर्शन भी गिर गया। जिसके कारण वो टीम के बाहर चले गये।

क्रिस गेल –

अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से गेंदबाजों की हवाइयां उड़ाने वाले क्रिस गेल (Chris Gayle) भी इस लिस्ट में शामिल हैं। उन्होंने कई ताबड़तोड़ परियां खेली हैं और नजाने कितने ही कीर्तिमान अपने नाम पर दर्ज किया है। गेल के लिए गगनचुम्बी छक्के लगाना कोई बड़ी बात नहीं है। लेकिन बतौर कप्तान क्रिस गेल भी वेस्टइंडीज के लिए सफलता नहीं हासिल कर सके।

क्रिस गेल ने वेस्टइंडीज के लिए एकदिवसीय फ़ॉर्मेट में 53 मैच के दौरान टीम की अगुवाई की है। जिसमें से उनकी टीम ने मात्र 17 मैच में ही जीत दर्ज की है , जबकि 30 मैच में उनकी टीम को हार का सामना करना पड़ा। इस बीच कुछ मैच ऐसे भी खेले गए जिसका कोई नतीजा नहीं निकला। ऐसा आलम टेस्ट फ़ॉर्मेट में भी रहा था।

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