यूक्रेन-रूस वार सबसे ज्यादा INDIA को पहुंचाएगा नुकसान, बढ़ेगी महंगाई और होगा ये बड़ा असर

By SM MEDIA On February 28th, 2022
INDIA

बीते 4 दिनों से यूक्रेन(Ukraine) पर रूस(Russia) जमकर हमले कर रहा है. इस यूक्रेन-रूस के बीच हो रहे युद्ध का असर पूरी दुनिया पर पड़ेगा. यूक्रेन संकट से जो महंगाई बढ़ेगी वह आम लोगों की कमर तोड़ देगी. वहीं इस वार से जिसे सबसे ज्यादा नुक्सान होगा वह भारत (India), थाइलैंड (Thailand) और फिलीपींस (Philippines) हैं. जबकि इंडोनेशिया (Indonesia) को इस युद्ध का काफी फायदा होने वाला है. ऐसे में अगर हम सिर्फ INDIA की बात करें तो इसे इस युद्ध की सबसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. क्योंकि पूरी दुनिया में कच्चे तेल(crude oil) के दामों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है

रूस-यूक्रेन संकट का INDIA पर होगा सबसे ज्यादा असर

रूस-यूक्रेन संकट ( Russia-Ukraine crisis) के चलते वैश्विक बाजार (Global Market) पर खतरा बढ़ता जा रहा है. दुनियाभर के शेयर बाजार पर इसका बहुत बुरा असर हो रहा है. वहीं कई देशों की करेंसी वैल्यू पर भी असर पड़ा है. इस भू-राजनीतिक तनाव (Geopolitical Tensions) का और बुरा असर ग्लोबल मार्केट पर दिख सकता है. फेमस फाइनेंशियल एंड रिसर्च कंपनी नोमुरा (Nomura) की रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन संकट के चलते एशिया में सबसे बड़ा असर भारत (Ukraine conflict Effect on India)  पर पड़ेगा.

कच्चे तेल के दाम में आएगी तेजी

क्रूड ऑयल (Crude Oil Prices) के बढ़ती कीमतों का असर INDIA पर सबसे ज्यादा हो सकता है. ब्रेंट क्रूड (Brent Crude) की कीमत लगभग 3 फीसदी उछलकर 105 डॉलर प्रति बैरल पहुंच चुकी है. इन दिनों  क्रूड ऑयल और खाद्य वस्तुओं की कीमतों (Food Prices) में लगातार बढ़त एशिया की अर्थव्यवस्थाओं पर काफी बुरा असर डाल रही है. जिससे आने वाले दिनों में एशिया समेत INDIA को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.

GDP ग्रोथ पर होगा असर

इकोनॉमिक्स टाइम्स में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक ताजा हालातों से भारत(india), थाइलैंड (Thailand) और फिलीपींस (Philippines) को सबसे अधिक नुकसान होगा. जबकि, इंडोनेशिया (Indonesia) को इसका काफी फायदा होगा. शुद्ध रूप से तेल आयातक होने के चलते भारत को काफी नुकसान होगा. क्योंकि तेल की कीमतों में लगातार बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. रिपोर्ट मे कहा गया, ‘कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आने की वजह से उपभोक्ताओं और कारोबारों पर इसका बुरा असर होगा. हमारा अनुमान है कि तेल की कीमतों में प्रत्येक 10% उछाल के कारण जीडीपी ग्रोथ (GDP Growth) में लगभग 0.20% प्वाइंट की गिरावट आएगी.’

ऐसे में बड़े- बड़े अर्थशास्त्री व जानकारों के मुताबिक अगर ये युद्ध इसी तरह चलता रहा. वहीं अगर रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन(Vladimir Putin) ने अपनी जिद नहीं छोड़ी तो इसका असर देश नहीं पूरी दुनिया पर होगा. वहीं अगर इस दौरान महंगाई बढ़ती है तो इसका असर सभी पर सीधे तौर पर देखने को मिलेगा.

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