TAJ MAHAL: ताजमहल के 22 कमरो के पीछा का राज अब बनता जा रहा है नई पहेली, कोर्ट तक जा चुका है मामला

By Sameeksha dixit On May 13th, 2022
TAJ MAHAL: खुलने जा रहें हैं सदियों से बंद ताज महल के वो 22 कमरें

आगरा (Agra) के ताज महल (Taj Mahal) को प्रेम का प्रतीक माना जाता है. कहा जाता रहा है की शाहजहाँ ने ताज महल (Taj Mahal) का निर्माण मुमताज़ के लिए करवाया था. जिसको दुनिया का सातवाँ अजूबा भी कहा जाता है. दुनिया में मशहूर ये प्यार की इमारत ताज महल (Taj Mahal) अब विवादों से घिरती नज़र आ रही है. भाजपा (BJP) के अयोध्या के मीडिया प्रभारी डॉ. रजनीश सिंह (Dr. Rajneesh Singh) ने कोर्ट में याचिका दायर की है कि ताज महल (Taj Mahal) के 22 कमरों को खोला जाए.

ताज महल के 22 कमरों का क्या है राज़

TAJ MAHAL: खुलने जा रहें हैं सदियों से बंद ताज महल के वो 22 कमरें

TAJ MAHAL: खुलने जा रहें हैं सदियों से बंद ताज महल के वो 22 कमरें

वैसे तो ताज महल (Taj Mahal) के साथ बहुत से राज़ छुपे हैं. ये कोई पहली बार नहीं जब ताज महल (Taj Mahal) को लेकर विवाद खड़ा हुआ है. इसके पहले कई बार ऐसा दावा किया जाता रहा है की ताज महल (Taj Mahal) एक मंदिर तोड़कर बनाया गया है. 1965 में पीएन ओक ने अपनी किताब में ये दावा किया की ताज महल (Taj Mahal) में शिव मंदिर है. याचिकाकर्ता डॉ. रजनीश सिंह (Dr. Rajneesh Singh) ने इस याचिका में ASI (Archaeological Survey Of India) को 22 कमरों को खोलने के लिए कोर्ट से अनुमति देने को कहा है.

ताज महल (Taj Mahal) में हिन्दू मूर्तियाँ और शिलालेख छुपे हुए हैं ऐसा दावा डॉ. रजनीश सिंह (Dr. Rajneesh Singh) ने किया है. ऐसा कहा जा रहा है की अगर याचिका को अनुमति मिलती है तो 10 मई से इस पर सुनवाई हो सकती है. 88 सालों बाद 2022 में अब इन कमरों को खोलने की माँग उठी है. 40 से 45 साल पहले तक सीढियों से नीचे जाने का रास्ता खुला हुआ था. जहाँ कमरे हैं वहां पर अब सीढियों वाला रास्ता भी बंद कर दिया गया है.

बीजेपी बनाएगी इन 22 कमरों को 2024 का मुद्दा

TAJ MAHAL: खुलने जा रहें हैं सदियों से बंद ताज महल के वो 22 कमरें

भाजपा(BJP) ने राम मंदिर को अपने मैनिफेस्टो में शामिल किया था जिसके बाद भाजपा ने 2014 में प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई थी. अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) भाजपा(BJP) के पहले अध्यक्ष थे और 1980 में शुरूआत से ही भाजपा ने राम जन्मभूमि को मुद्दा बनाया था. इन सभी के चलते राममंदिर बन्ने का फैसला 9 नवंबर 2019 को आया था. लेकिन अब जब ताज महल  के 22 कमरों को खोलने की चर्चा तेज़ हुई है तो ऐसे में कयास लगाये जा रहे हैं की भाजपा (BJP) का 2024 के चुनाव में मुद्दा ताज महल  हो सकता है.

ताज महल के 22 कमरों को खोलने को लेकर डॉ. रजनीश सिंह (Dr. Rajneesh Singh) ने हाईकोर्ट (Highcourt) की लखनऊ बेंच में याचिका दायर की है. 2015 में इन कमरों को गोपनीय तरीके से से खोलने और मरम्मत कराने की जानकारी बाहर आई थी. शाहजहां ने 1631 में ताजमहल बनवाने का निर्णय लिया और 1632 में ताज महल का काम शुरू करवाया. ताज महल की छोटी और बड़ी गुम्बद की संख्या को भी अगर जोड़े तो 22 होती है.

Tags: ताज महल, बीजेपी,