GYANVAPI MASJID: ख़त्म हुआ 370 साल का इंतज़ार, ज्ञानवापी मस्जिद में मिले भोलेनाथ, कोर्ट ने दिया बड़ा आदेश
ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) का सर्वे पूरा हो गया है. 17 मई को फाइनल रिपोर्ट जानी है. लेकिन इस बीच आज बड़ा खुलासा हुआ है. हिन्दू पक्ष के दावे के अनुसार ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) में शिवलिंग मिला है. सोमवार के दिन ही जब ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) से शिवलिंग मिला तब लोगो ने कहा कि भगवान भोलेनाथ ने खुद दर्शन दिए. इसके साथ ही अब वहां पर मंदिर होने का साक्ष्य और मज़बूत हो गया.
सोमवार के दिन ही मिले मस्जिद के तालाब में भोलेनाथ
वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) सर्वे का काम आज तीसरे दिन पूरा हो गया. सर्वे पूरा होने के बाद हिंदू पक्ष ने दावा किया कि-‘बाबा मिल गए.’ हिन्दू पक्ष के दावेदार सोहनलाल आर्य (Sohanlal Arya) ने मीडिया से कहा कि “जो कुछ खोजा जा रहा था उससे कहीं अधिक मिला है अभी भी गुंबद, दीवार और फर्श के सर्वे के दौरान कई साक्ष्य दबे हुए से दिखे”.
मीडिया रिपोर्ट्स कि माने तो तीसरे दिन तालाब से पानी निकलवाकर उसका सर्वे किया गया. बताया जा रहा है कि तालाब में वाटर रेसिस्टेंट कैमरा डालकर वीडियोग्राफी कराई गई है. ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) का विवाद 1991 से चलता आ रहा है. लेकिन अब जब विवाद बढ़ा तो इस पर कोर्ट ने फिर से सुनवाई शुरू की.
हिन्दू पक्ष के वकील विष्णु जैन (Vishnu Jain) ने बताया कि आज ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) में रिकॉर्डिंग के दौरान जिस तालाब में शिवलिंग मिला है पहली बात तो वो तालाब मस्जिद में है. सभी मुस्लिम वहां नमाज़ पढने से पहले वजू करते हैं. जैसे ही वजूखाने का पानी निकाला गया वहां पर 12.8 फीट का शिवलिंग देखने को मिला.
इस बात पर जरा गौर करियेगा कि आज सोमवार का दिन है और तभी बाबा ने मस्जिद के तालाब में दर्शन दिए हैं. इसको लेकर भक्तो में भी खुशी कि लहर है. अब ऐसा भी माना जा रहा है कि वहां पर मंदिर होने का पूरा साक्ष्य मिल गया है. बता दें कि कोर्ट ने तत्काल वहां पर वजू करने से पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है. इतना ही नहीं नमाज़ पढने भी अब सिर्फ 20 लोग ही जा सकते हैं.
आज ही के दिन प्रधानमंत्री मोदी के पूरे हुए 8 साल, लोगों ने कहा चमत्कार
ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) के बारे में तीन फैक्ट्स हैं. पहला फैक्ट ये है कि, आज सोमवार है और बुद्ध पूर्णिमा भी है आज ही के दिन भगवान भोलेनाथ ने दर्शन दिए हैं. दूसरा फैक्ट ये है जहाँ पर शिवलिंग मिला है उसके ठीक सामने नंदी जी विराज मान हैं जो कि हिन्दू धर्म में बहुत शुभ माना जाता है. तीसरा फैक्ट ये है कि आज 16 मई है.
वाराणसी प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) का संसदीय क्षेत्र है और इसके साथ ही आज उनको 8 साल पूरे हो गये हैं देश का प्रधानमंत्री बने हुए. ऐसे कयास लगाये जा रहे हैं कि जिस तरह से अयोध्या (Ayodhaya) में राम मंदिर बन्ने का फैसला प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में आया वैसे ही भगवान भोलेनाथ का मंदिर भी वाराणसी में उन्ही के कार्यकाल में बनेगा.
मौजूदा समय ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) में प्रशासन ने केवल कुछ ही लोगों को नमाज पढ़ने की अनुमति दे रखी है. ये वो लोग हैं जो हमेशा से यहां नमाज पढ़ते आए हैं. इन लोगों के अलावा यहां किसी को भी नमाज पढ़ने की अनुमति नहीं है. वहीं, मस्जिद से सटे काशी विश्वनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार हो चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका शुभारंभ किया था. मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ पहले के मुकाबले अब कहीं ज्यादा आने लगी है.
Tags: ज्ञानवापी मस्जिद, नरेन्द्र मोदी, वाराणसी,