किसान पिता ने पहलवानी का बढ़ाया था उत्साह, 5 साल की उम्र में की थी करियर की शुरुआत , Gold Medal लाकर देश का नाम किया रोशन

By Satyodaya On August 6th, 2022
किसान पिता ने पहलवानी का बढ़ाया था उत्साह, 5 साल की उम्र में की थी करियर की शुरुआत , Gold Medal लाकर देश का नाम किया रोशन

इन दिनों कॉमनवेल्थ गेम्स में हरियाणा के दीपक पुनिया इन दिनों तहलका मचा रहे हैं। एक बार फिर से दीपक पुनिया (Deepak Punia) ने गोल्ड मेडल (Gold Medal) अपने नाम कर लिया है। बर्मिंघम ने 23 वर्षीय युवा पहलवान दीपक पुनिया ने चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान पहलवान मोहम्मद इनाम बट को हरा कर गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया है।

वही आपको बता दें इससे पहले दीपक ने सेमीफाइनल में कनाडा के पहलवान एलेग्जेंडर मोर को3-1 से हराकर फाइनल में पहुंचे थे आइए आज दीपक पूनिया से जुड़े कई सारे किस्से के बारे में जानते हैं कि आखिर उन्होंने अपने करियर की शुरुआत कैसे की थी और कैसे इस मुकाम तक पहुंचे हैं।

किसान पिता ने ही किया था बेटे को उत्साहित

deepak puniya

दीपक पुनिया 23 साल के हैं और वह हरियाणा के झज्जर क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं। दीपक पुनिया के पिता का नाम सुभाष पूनिया है। इनके पिता डेयरी की किसानी करते हैं। वही दीपक पूनिया के पिता ने इस मुकाम तक पहुंचाया है। दीपक के पिता भले ही एक किसान हैं लेकिन उन्होंने ही अपने बेटे को पहलवानी करने के लिए उत्साहित किया था। अपने बेटे को दंगल लेकर सुभाष खुद जाया करते थे।

दीपक 5 साल के थे तभी उन्होंने कुश्ती करियर की शुरुआत कर दी थी। वही दीपक के गुरु अर्जुन अवॉर्डी वीरेंद्र झारा ने ही उन्हें दीक्षा और शिक्षा दी थी। दीपक ने 2015 में छत्रसाल स्टेडियम के जाने-माने पहलवान से लड़ने के लिए उन्होंने शिक्षा शुरू की थी। दीपक पूनिया ने पहले चैंपियनशिप में कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया था जिसके चलते उन्हें काफी मायूस होना पड़ा था।

ब्रॉन्ज मेडल को हारने के बाद टूट गए थे दीपक पूनिया

deepak puniya

दीपक पूनिया को तो तब सबसे बड़ा झटका लगा जब उनके हाथ में ब्रॉन्ज मेडल चला गया। टोक्यो ओलंपिक में दीपक पुनिया ने बेहतरीन प्रदर्शन किया लेकिन उन्हें ब्रांच में डर से हाथ धोना पड़ा ।दरअसल सैन मारिनो के पहलवान माइलेस नाजिम अमीन के खिलाफ शुरुआती पलों में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए बढ़त हासिल कर ली लेकिन आखिर में उनका प्रदर्शन कुछ खराब गया

जिसके चलते उन्हें ब्राॅन्ज मेडल से हाथ धोना पड़ा। जब उन्हें इतनी करारी हार का सामना करना पड़ा उसके बाद वह बिल्कुल टूट गए। हालांकि उन्होंने हिम्मत नहीं आ रही और कदम आगे बढ़ाया। जिसके नतीजे में आज वह गोल्ड मेडल जीत चुके हैं आज उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में तहलका मचा दिया है।

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