COVID-19: भारत में फिर लौट रहा है कोरोना वायरस, आईआईटी मद्रास ने के दावे से आप रह जायेंगे हैरान

By Sameeksha dixit On April 23rd, 2022
COVID-19: फिर लौट आया कोरोना, आईआईटी मद्रास ने किया ये बड़ा दावा

भारत में कोरोना (COVID-19)  के मामलो ने फिर रफ्तार पकड़ ली है. देश में लगातार ग्राफ बढ़ता जा रहा है. इसके पहले जनवरी में कोरोना (COVID-19) के मामलो में बढ़ोतरी देखी गई थी. कोरोना के मामलो को मद्दे नज़र रखते हुए दिल्ली सरकार ने मास्क ना पहनने पर 500 रुपए का जुर्माना फिर से लगा दिया है. चीन में जिस तरह से कोरोना ने हाहाकार मचा रखा है. उसको देखते हुए सरकारें अपने अपने राज्यों को सतर्क कर रहीं हैं. लेकिन आईआईटी मद्रास के इस दावे ने एक बार फिर से सबकी चिंताएं बढ़ा दी हैं.

आईआईटी मद्रास कि रिपोर्ट में चिंताजनक दावा

COVID-19: फिर लौट आया कोरोना, आईआईटी मद्रास ने किया ये बड़ा दावा

2020-21 में जिस तरह से कोरोना (COVID-19) ने तबाही मचाई थी उससे अभी देश उभरा भी नहीं था की अब आईआईटी मद्रास ने चौथी लहर आने का दावा कर दिया है. कोरोना (COVID-19) के बढ़ते मामलों को लेकर विशेषज्ञ अब चिंता जाहिर करने लगे हैं. इस बीच दिल्ली में हालात फिर से बिगड़ने लगे हैं. IIT मद्रास की रिपोर्ट की माने तो दिल्ली की आर वैल्यू इस हफ्ते बढ़कर 2.1 हो गई है. इसका सीधा मतलब ये है की दिल्ली में कोरोना (COVID-19) का संक्रमण प्रत्येक व्यक्ति दो अन्य लोगो को संक्रमित कर रहा है.

आर वैल्यू यह दर्शाती है कि एक संक्रमित व्यक्ति अन्य कितने व्यक्तियों को संक्रमित कर सकता है. अगर यह एक से नीचे चला जाता है तो इसे महामारी खत्म होने का संकेत मान लिया जाता है. दिल्ली में चौथी लहर के संकेत के चलते मास्क अनिवार्य कर दिया गया है और मास्क ना लगाने वालों पर ₹500 का जुर्माना भी. आईआईटी मद्रास के अनुसार यह दिल्ली में (COVID 19) की संभावित चौथी लहर की शुरुआत है.

क्या है आईआईटी कानपुर की भविष्यवाणी

COVID-19: फिर लौट आया कोरोना, आईआईटी मद्रास ने किया ये बड़ा दावा

भले ही भारत तीसरी (COVID-19) लहर के अंत की खुशी मना रहा है. लेकिन आईआईटी-कानपुर के शोधकर्ताओं की एक टीम ने भविष्यवाणी की है कि जून 2022 में कोरोना (COVID-19) की चौथी लहर देश में आएगी और चार महीने तक चलेगी, जो सितंबर-अक्टूबर में चरम पर होगी. भविष्यवाणी भविष्य की लहरों के अध्ययन और पूर्वानुमान के लिए संख्या पर आधारित है। जिम्बाब्वे के डेटा का उपयोग करके उन्होंने जो मॉडल विकसित बनाया है. उसका उपयोग करते हुए, वे कहते हैं कि चौथी लहर 22 जून से शुरू होगी, 23 अगस्त को अपने चरम पर पहुंच जाएगी और 24 अक्टूबर को समाप्त होगी.

चौथी लहर से सावधान रहने के लिए आपको पुराने कोरोना (COVID-19) नियमों का पालन करना होगा. आपको मास्क लगाना होगा, दो गज की दूरी का पालन करना होगा, अपने हाथों को बराबर सैनिटाइज करते रहना होगा. इसके साथ ही आपको अपनी नाक के पास बार बार हाथ नहीं ले जाना है. आईआईटी कानपुर के अनुसार इससे बचा जा सकता है अगर हम सब मिल कर कोरोना नियमों का पालन करें तो.

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