भारतीय टीम मैनेजमेंट ने एक बार फिर दोहराई अपनी पुरानी गलती, लगातार भुगतना पड़ता है इसका खामियाजा
भारतीय टीम बनाम न्यूजीलैंड वनडे सीरीज का आगाज आज से हुआ है. इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत ने अपनी टी20 सीरीज खेली थी जिसमें टीम ने शानदार जीत हासिल की थी. इस सीरीज में भारत की कमान संभाल रहे कप्तान हार्दिक पांड्या ने एक ऐसे मुद्दे को छेड़ा जो भारत की पिछले कई साल से चल रही कमी और गलती को दर्शा गया. वहीं अब आज कुछ दिन बाद जब वनडे सीरीज का आगाज हुआ तो भारतीय टीम ने उसी गलती को दोहराते एक बार फिर देखा गया और परिणाम स्वरूप आज पहले वनडे में न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम को करारी हार का सामना करना पड़ा.
भारत और न्यूजीलैंड के बीच आज के वनडे मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 307 रनों का लक्ष्य न्यूजीलैंड के सामने रखा. जिसे चेज करने उतरी न्यूजीलैंड की टीम सफल रही और मुकाबला 7 विकेट से जीत गई. भारतीय टीम की बल्लेबाज़ी तो बिलकुल ठीक रही मगर गेंदबाजी ने आज टीम को फिर डूबा दिया.
भारतीय टीम में नहीं था छठा गेंदबाज
आज के इस वनडे मुकाबले में भारतीय टीम में बल्लेबाज तो मौजूद थे. कुछ युवा गेंदबाजों ने इस फॉर्मेट में अपना डेब्यू भी किया, वहीं शार्दुल ठाकुर सभी तेज गेंदबाजों में से सबसे अनुभवी निकले. स्पिनर की बात करें तो युजवेंद्र चहल, और वॉशिंगटन सुंदर के रूप में टीम।के पास दो विकल्प था. कुल मिला कर टीम में 5 गेंदबाज मौजूद थे. तेज गेंदबाज उमरान मलिक ने अपना डेब्यू किया लेकिन अच्छा प्रदर्शन करते हुए सबको प्रभावित किया.
उनके अलावा किसी भी तेज गेंदबाज ने कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया और कहीं न कहीं उनका खराब प्रदर्शन और अनुभव की कमाई ही आज के मुकाबले में भारत की हार की वजह बनी. लेकिन सबसे बड़ी वजह ये रही की टीम में छठा गेंदबाज विकल्प ही नहीं मौजूद था. बीते कुछ दिनों पहले हार्दिक पांड्या ने अपने बयान में साफ साफ कहा था की टीम में गेंदबाजी का विकल्प होना बेहद किफायती होता है.
जान कर दोहराई गलती
बीते दिनों टी20 सीरीज में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ जीत हासिल करने के बाद कप्तान हार्दिक पांड्या ने साफ शब्दों में कहा था की टीम ने ज्यादा से ज्यादा गेंदबाजी का विकल्प होना टीम के लिए किफायती होता है. वहीं अब आज से शुरू हुई वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में यहीं गलती फिर से होते दिखी. वनडे टीम की कमान भलेही शिखर धवन के हाथों में है लेकिन कोच तो वहीं वीवीएस लक्ष्मण ही हैं.
तो सब बातें जानने के बाद भी टीम में गेंदबाजों का विकल्प पर्याप्त नहीं था. ऐसा भी कुछ नहीं था की स्क्वाड में गेंदबाजों का विकल्प नहीं उपलब्ध था. लेकिन टीम ने उन गेंदबाजों का इस्तेमाल नहीं किया और बेवजह बिना जरूरत के ऋषभ पंत को टीम में उतार दिया जब की विकेटकीपर के रुप में टीम के पास संजू सैमसन मौजूद थे.
वनडे वर्ल्ड कप से पहले सुधारनी होगी गलती.
भारतीय टीम में लगातार एक ही गलती देखने को मिल रही है. लगभग कई सारे मैचों में टीम को इस गलती का भारी खामियाजा भुगतना पड़ा है लेकिन फिर भी ये गलती सुधरने का नाम ही नहीं ले रही है. जिस गलती की हम बात कर रहे हैं वो है टीम में गेंदबाजों की कमी.
आज न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के मुकाबले में भी वहीं गलती देखने को मिली जिसका खामियाजा टीम को हार से भरना पड़ा. अगले साल भारत को वनडे वर्ल्ड कप खेलना है और इस मेगा इवेंट से पहले टीम के इस गलती को सुधारना होगा. नहीं तो इसका बड़ा खामियाजा टीम को इस मेगा इवेंट में भुगतना पड़ सकता है.
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