IND vs SA: सीरीज हारने पर तिलमिलाए कप्तान डेविड मिलर ने खिलाड़ियों के बजाय इसे बताया हार का कारण, इनपर मढ़ दिया सारा दोष
भारत और साउथ अफ्रीका (India vs South Africa) के बीच खेली गई तीन वनडे मैचों की सीरीज का आख़िरी मुकाबला आज मंगलवार यानी 11 अक्टूबर को दिल्ली (Delhi) के अरुण जेटली स्टेडियम (Arun Jaitley Stadium) में दोपहर 1 बजे से खेला गया। जहां भारत ने इस मैच को 7 विकेट से अपने नाम करते हुए सीरीज पर कब्जा कर लिया।
वहीं इस मैच में भारत ने साउथ अफ्रीका को महज़ 99 रन के स्कोर पर ही ऑल आउट कर दिया। ऐसे में 100 रनों का आसान सा लक्ष्य भारत ने 20 ओवर के अंदर-अंदर ही हासिल कर लिया। जिसके बाद इस करारी हार पर साउथ दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डेविड मिलर (David Miller) ने बड़ा बयान भी दिया है।
सीरीज हारने के बाद कप्तान डेविड मिलर का बड़ा बयान
साउथ अफ्रीका के कप्तान डेविड मिलर ने वनडे सीरीज़ का निर्णायक और आखिरी मुकाबला इतने बड़े अंतराल से हारने के बाद बड़ा बयान दिया है। उन्होंने आखिरी मैच में टीम के निराशाजनक प्रदर्शन पर बड़ी बात कही है। डेविड मिलर ने सीरीज़ गंवाने के बाद कहा कि,
“यह बहुत कठिन था। बोर्ड पर लगे सिर्फ 99 रनों ने हमारी कोई सहायता नहीं की। इस तरह से सीरीज समाप्त करने के लिए, आज निराशाजनक परिणाम रहा।”
बता दें कि साउथ अफ्रीका के कप्तान और विस्फोटक मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ डेविड मिलर का बल्ला पूरे भारतीय दौरे पर जमकर बोला है। मिलर ने जहां टी20 सीरीज के दूसरे मुकाबले में भारत के सामने एक ताबड़तोड़ शतक जड़ा था। वहीं उन्होंने वनडे सीरीज़ के पहले मैच में एक अच्छी अर्धशतकीय पारी भी खेली थी। हालांकि दिल्ली में खेले गए सीरीज़ के निर्णायक मुकाबले में मिलर का बल्ला पूरी तरह से खामोश रहा।
डेविड मिलर ने दिल्ली की पिच पर कही ये बात
साउथ अफ्रीका के कप्तान डेविड मिलर ने आगे अपने बयान में इस बात का भी ज़िक्र किया कि बतौर टीम वह कुछ क्षेत्रों में काफी ज़्यादा अच्छे थे। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने दिल्ली की पिच को लेकर भी बड़ी बात कही। उन्होंने बताया कि यह 2 गति वाली पिच थी। मिलर ने कहा कि,
Tags: अरुण जेटली स्टेडियम, डेविड मिलर, भारत और साउथ अफ्रीका,“पिच पर थोड़ा सा स्पिन था, और यह दो गति वाली पिच थी, बारिश के कारण कवर के नीचे रहकर सतह और मुश्किल हो गई। हम कुछ क्षेत्रों वास्तव में काफी अच्छे थे। जब वनडे की बात आती है तो हमें सिर्फ इस अच्छे दौर को आगे बढ़ाने की जरूरत है।”